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(Inclusive of all Taxes)"पत्रकारिता और मैं" पत्रकारिता की रोमांचक, चुनौतीपूर्ण और अनदेखी दुनिया का एक खिड़की-दर-खिड़की सफर है। यह पुस्तक न केवल पत्रकारिता के मूल सिद्धांतों और उसकी बारीकियों का गहराई से विश्लेषण करती है, बल्कि इस पेशे से जुड़ी सच्ची कहानियों, व्यक्तिगत अनुभवों और अंदरूनी संघर्षों को भी उजागर करती है।
पुस्तक के पन्नों में आपको मीडिया की शक्ति, उसकी जिम्मेदारी और उसके बदलते स्वरूप के बारे में जानने का अवसर मिलेगा। इसमें पत्रकारिता के नैतिक पहलुओं, दबावों और एक पत्रकार की रोज़मर्रा की जिंदगी के उतार-चढ़ाव का जीवंत वर्णन किया गया है। लेखक ने व्यक्तिगत अनुभवों और यादगार घटनाओं के माध्यम से पत्रकारिता के अदृश्य पहलुओं पर प्रकाश डाला है।
यह पुस्तक उन लोगों के लिए एक अमूल्य संसाधन है जो पत्रकारिता में करियर बनाने की इच्छा रखते हैं, मीडिया और पत्रकारिता के बारे में गहरी समझ विकसित करना चाहते हैं, या पत्रकारिता से जुड़े अनसुने किस्से और घटनाएं जानने के इच्छुक हैं।
यदि आप मीडिया की दुनिया के पीछे की सच्चाई से रूबरू होना चाहते हैं और एक पत्रकार की दृष्टि से दुनिया को देखना चाहते हैं, तो "पत्रकारिता और मैं" आपके लिए एक जरूरी पढ़ाई है।
पढ़ें, जानें और समझें कि पत्रकारिता केवल एक पेशा नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है।